Bhagwan status in hindi | Bhagwan ki shayari | Bhajan Shayari | God Shayari Photo
सूरज सितारे चाँद सभी मेरे साथ में रहे
जब तक उपर वाले का हाथ मेरे हाथ में रहे
और साखो से टूट जाए वो पत्ते नहीं है हम
ये आंधी से कोई कह दे की औकात में रहे
यहाँ अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का !
काल भी उसका क्या बिगाड़े जो भक्त हो महाकाल का !!
शिव की ज्योति से प्रकाश बढ़ता है
जो भी जाता है भोले के द्वार
कुछ न कुछ उसे जरूर मिलता है
देवों के देव महादेव आपसे है विनती !
मेरी भी हो आपके ख़ास भक्तों में गिनती !!
मंजिले मुझे छोड़ गयी रास्ते ने पाल लिया है !
जा जिंदगी तेरी जरुरत नहीं मुझे ठाकुर ने संभल लिया है !!
प्रभु के सामने जो झुकता है वह सबको अच्छा लगता है
लेकिन जो सबके सामने झुकता है वह प्रभु को अच्छा लगता है
इसमें ना पैसा लगता है ना खर्चा लगता है !
राम राम बोलिये बड़ा अच्छा लगता है !!
मन तुलसी का दास है ,वृंदावन हो धाम !
सांस सांस में राधा बसे ,रोम रोम में श्याम !!
जब तक आप स्वयं पर विश्वास नहीं करते !
तब तक आप ईश्वर पर भी विश्वास नहीं कर सकते !!
जो कुछ है तेरे दिल में सब उसको खबर है !
बंदे तेरे हर हाल पर ऊपर वाले की नज़र है !!
इतना सच्चा हो हमारा विश्वास !
हमारे हृदय में श्री राम सदा करे वास !!
दिखावे की दुनिया से थोड़ा दूर रहता हु !!
मै इसलिए ठाकुर जी की भक्ति में चूर रहता हु !!
तू चाहे तो मेरा हर काम साकार हो जाए
तेरी कृपा से खुशियों की बहार हो जाए
यु तो कर्म मेरे कुछ ख़ास अच्छे नहीं
मगर तेरी नज़र पड़े तो मेरा उद्धार हो जाए
जो कुछ भी मैंने खोया वह मेरी नादानी थी !
और जो कुछ भी पाया रब की मेहरबानी थी !!
ठाकुर जी बोलते है..तू करता वही है जो तू चाहता है
लेकिन होता वही है जो मै चाहता हु
तू वही कर जो मै चाहता हु
फिर होगा वही जो तू चाहता है
Shankar bhagwan ki shayari | Mahakal ki shayari
अमृत जो पीते है उन्हें देव कहते है
और जो विष पीते है उन्हें देवो के देव महादेव कहते है
काल का भी क्या आघात हो
जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो
रूद्र हु,महाकाल हु मृत्यु रूप में विकराल हु
नित्य हु निरंतर हु शांति रूप में शंकर हु
माया मोह छोड़ लिया मैंने
शिव से नाता जोड़ लिया मैंने
कर से कर को जोड़कर शिव को करू प्रणाम
हर पल शिव का ध्यान धर सफल होवे सब काम
अब तन की जाने मन की जाने ,जाने चित की चोरी
उस महाकाल से क्या छिपावे जिसके हाथ में है सब की डोरी
कैसे कह दू की मेरी हर दुआ बेअसर हो गयी
मै जब जब भी रोया मेरे भोलेनाथ को खबर हो गयी
Shree Krishna Bhakti Shayari | Krishna Bhagwan ki Shayari
ठाकुर जी आप की कृपा से सब काम हो रहा है !
करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है !!
कृष्ण की ज्योति से नूर मिलता है
सबके दिलो को सुरूर मिलता है
जो भी जाता है कान्हा के द्वार
कुछ न कुछ जरूर मिलता है
जो सब की राह दिखते है और
सबकी बिगरी बनाते है
हम तो ऐसे कृष्ण कन्हैया का गुनगान गाते है
हे कान्हा आपके हृदय में मुझे उम्र कैद मिले
थक जाये सारे वकील फिर भी जमानत न मिले
जिसने खाया माखन चुराकर
दीवाना बनाया बंसी बजा कर
उस कृष्ण को नमन है सर झुकाकर
बलराम है जिनके भैया
जो पार लगाए सबकी नैया
बोलो कौन
गरज उठे गगन सारा
समुद्र छोड़े अपना किनारा
हिल जाए जहान सारा
जब गुंजे जय श्री राम का नारा
काश मै ऐसी शायरी लिखुँ श्री राम तेरी याद में
तेरी तस्वीर दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ में
श्री राम जी की ज्योति से नूर मिलता है
सबके दिलो को सुरूर मिलता है
जो भी जाता है प्रभु राम के द्वार
कुछ न कुछ जरूर मिलता है
भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता
हार को जीत से दूर ही रखना ,
क्योकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता
विश्वास करो उस शक्ति पर
जो इस सृष्टि में रहती है
निराकार हो कर भी हर पल जो दुनिया थामे रहती है
पत्ता भी हिलता है तो उसी के हुकम से
अधिकार है हमारा खुद ही के कर्म से
जिंदगी हसीन है जिंदगी से प्यार करो
है रात तो सुबह का इंतज़ार करो
वो पल भी आएगा जिसका इंतज़ार है आपको
बस ऊपर वाले पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो
भगवान का दिया कभी अल्प नहीं होता
जो टूट जाये वो संकल्प नहीं होता
हार को जीत से दूर ही रखना ,
क्योकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता
विश्वास करो उस शक्ति पर
जो इस सृष्टि में रहती है
निराकार हो कर भी हर पल जो दुनिया थामे रहती है
पत्ता भी हिलता है तो उसी के हुकम से
अधिकार है हमारा खुद ही के कर्म से
जिंदगी हसीन है जिंदगी से प्यार करो
है रात तो सुबह का इंतज़ार करो
वो पल भी आएगा जिसका इंतज़ार है आपको
बस ऊपर वाले पर भरोसा और वक़्त पर ऐतबार करो
जय श्री राधे ,जय श्री राम !!
धन्यवाद !!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please Don't enter any spam Link in the comment box