Geeta Sandesh in hindi | श्री कृष्ण भगवत गीता के 50+ ज्ञान की बाते | Bhagwat geeta in hindi | भगवत गीता उपदेश
दोस्तों आज के इस ब्लॉग में भगवत गीता उपदेश आप लोगो के बीच प्रस्तुत कर रहा हु। वैसे तो हम सभी जानते है श्री कृष्ण भगवत गीता संस्कृत में कही गयी है लेकिन आज आप सबो के बीच श्री कृष्ण भगवत गीता के 50+ ज्ञान की बाते हिंदी में लिख रहा हु जिसे हम सभी लोग आसानी से पढ़ और समझ सकते है।
गीता सार इन हिंदी Image
गीता उपदेश फोटो |
Geeta Sandesh in hindi 👏
या एक - चित मन से मेरा पूजन करते है
मैं व्यक्तिगत रूप से उनके कल्याण का
उत्तरदायित्व लेता हू
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
अपने कर्म पर अपना दिल लगायें
ना की उसके फल पर
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
अपने कर्तव्य का पालन करना
जो की प्रकृतिक द्वारा निर्धारित किया हुआ है
वह कोई पाप नहीं है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
अपने आप जो कुछ भी प्राप्त हो
उसमे संतुष्ट रहने वाला-ईर्ष्या से रहित,
सफलता और असफलता में समभाव
वाला कर्मयोगी कर्म करता हुआ भी कर्म
के बन्धनों से नहीं बंधता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
अनेक आश्चर्यों से युक्त यह विश्व
अस्तित्वहीन है. ऐसा निश्चित रूप से
जानने वाला इच्छा रहित और शुद्ध
अस्तित्व हो जाता है , वह अपार शांति
को प्राप्त करता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
हे अर्जुन-सभी धर्मो को त्याग कर
अर्थात हर आश्रय को त्याग कर केवल
मेरी शरण में आओ. में {🌻🌻 श्रीकृष्ण 🌻🌻}
तुम्हे सभी पापों से मुक्ति दिला दूंगा
इसलिए शोक मत करो
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
Bhagwat geeta in hindi 👏
खाली हाथ आये और खाली हाथ वापस चले
जो आज तुम्हारा है वो कल और किसी का था
परसो किसी और का होगा
तुम इसे अपना समझ कर मग्न हो रहे हो
बस यही प्रसन्नता तुम्हारे दुःखो का कारण है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
क्रोध से सम्मोहन और अविवेक उत्पन्न
होता है सम्मोहन से मन नष्ट हो जाता है
मन नष्ट होने पर बुद्धि का अंत होता है
और बुद्धि का अंत होने से मनुष्य का
पतन होता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
क्यों व्यर्थ की चिंता करते हो
किससे व्यर्थ डरते हो
कौन तुम्हे मार सकता है
आत्मा ना कभी पैदा होती है ना कभी मरती है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
सिर्फ कर्म करना ही मनुष्य के वश में है
कर्मफल नहीं
इस लिए तुम कर्मफल की आशक्ति में ना फंसो
तथा अपने कर्म का त्याग ना करो
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
किसी दूसरे के जीवन के साथ पूर्ण रूप
से जीने से बेहतर है की हम अपने स्वयं
के भाग्य के अनुसार अपूर्ण जिये
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
काम ,क्रोध लोभ ये तीनों जीव को नरक
की ओर ले जाने वाले द्वार है
इसलिए इन तीनो का त्याग करना चाहिए
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
कर्म पर ही तुम्हारा अधिकार है
लेकिन कर्म के फलों में कभी नहीं
इस लिए कर्म को फल के लिए मत करो
और न ही काम करने में तुम्हारी आशक्ति हो
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
कही ऐसा समय नहीं था जब में-तुम -या
ये राजा महाराजा अस्तित्व में नहीं थे
नहीं भविष्य में कभी ऐसा होगा
कि हमारा अस्तित्व समाप्त हो जाये
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
ऐसा कोई नहीं जिसने भी इस संसार में
अच्छा कर्म किया हो और उसका बुरा अंत
हुआ है , चाहे इस काल में हो या आने वाले काल में
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
एक जीवित इकाई रहने वाले मनुष्य के
संकट का कारण होता है भगवान
परमेश्वर के साथ अपने रिश्ते को भुला
देना
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
एक उपहार तभी असली और पवित्र है
जब वह ह्रदय से किसी सही व्यक्ति को
सही समय और सही जगह पर दिया जाये
और जब उपहार देने वाला व्यक्ति
दिल में उस उपहार के बदले कुछ पाने की
उम्मीद ना रखता हो
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
श्रीमद्भागवत गीता हिंदी में 👏
जिस समय इस देह में तथा अन्तःकरण
और इन्द्रियों में चेतना और विवेक
शक्ति उत्पन्न होती है उस समय ऐसा
जानना चाहिए की सत्वगुण बढ़ा है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जैसे इसी जन्म में जीवात्मा बाल -युवा
और वृद्ध शरीर को प्राप्त करती है वैसे
ही जीवात्मा मरने के बाद भी नया शरीर
प्राप्त करती है इस लिए वीर पुरुष को
मृत्यु से घबराना नहीं चाहिए
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जैसे जल में तैरती नाव को तूफान उसे
आपने लक्ष्य से दूर ले जाता है वैसे ही
इन्द्रिय सुख मनुष्य को गलत रस्ते की और ले जाता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जो आशा रहित है जिसके मन और
इन्द्रियां वश में है जिसने सब प्रकार के स्वामित्व
का परित्याग कर दिया है ऐसा मनुष्य शरीर से
कर्म करते हुए भी पाप को प्राप्त नहीं होता और
कर्म बंधन से मुक्त हो जाता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जो इस लोक में अपने काम की सफलता
की कामना रखते है वे देवताओ का पूजन करें
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जो कार्य में निष्क्रियता और निष्क्रियता में
कार्य देखता है वह एक बुद्धिमान व्यक्ति है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जो कुछ भी तू करता है उसे भगवान को
अर्पण करता चल ऐसा करने से सदा
जीवन मुक्ति का आनंद अनुभव करेगा
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जो कोई भी जिस किसी भी देवता
पूजा विश्वास के साथ करने की इच्छा
रखता है में उसका विश्वास उसी देवता में
दृढ़ कर देता हूँ
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
एक इंसान जैसे पुराने वस्त्रो का त्याग
कर नये वस्त्रों को ग्रहण करता है वैसे
ही जीवात्मा पुराने शरीर को त्याग कर
नए शरीर को प्राप्त होती है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जिन्हे वेद के मधुर संगीतमयी वाणी
से प्रेम है उनके लिए वेदों का भोग ही सब कुछ है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
जब जब भी और जहां जहां भी है
अर्जुन पुण्य-धर्म की हानि होती है और
अधर्म में वृद्धि होती है तब तब मैं अवतार लेता हूँ
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
चिंता से ही दुःख उत्पन होते है
किसी अन्य कारण से नहीं ऐसा निश्चित रूप
से जानने वाला चिंता से रहित होकर सुखी -शांत
और सभी इच्छाओं से मुक्त हो जाता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
भगवत गीता का ज्ञान 👏
जो हुआ -वह अच्छा हुआ जो हो रहा है
वह अच्छा हो रहा है जो होगा वह भी
अच्छा ही होगा / तुम भूतकाल का पश्चाताप
ना करो भविष्य की चिंता ना करो वर्तमान चल रहा है
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
ज्ञानी व्यक्ति को कर्म के प्रतिफल की
अपेक्षा कर रहे अज्ञानी व्यक्ति के
दिमाग को अस्थिर नहीं करना चाहिए
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
आत्मा ज्ञान की तलवार से कटाकर अपने
ह्रदय से अज्ञान के संदेश को अलग कर दो
अनुशाषित रहो! उठो
🌻🌻!! गीता संदेश !! 🌻🌻
आत्मा अजर अमर है जो लोग इस
आत्मा को ख़त्म होने वाली मानते है वे
दोनों ही ना समझ है आत्मा न किसी को
ख़त्म करती है और न ही किसी के द्वारा
ख़त्म की जा सकती है
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
आदमी मनुष्य के लिए मन बंधन का
कारण है और मन मुक्ति का कारण भी है
मन वस्तुओं की भावना में लीन रहे तो
बंधन का कारण है और अगर मन
वस्तुओ की भावना से अलग रहे तो वह
मुक्ति का कारण है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है
ना कही था ना कभी होगा जो वास्तविक है
वो हमेशा था और रहेगा उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
बुद्धिमान को अपनी चेतना को एकजुट
करना चाहिए और फल के लिए इच्छा लगाव छोड़ देना चाहिए
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
हे अर्जुन मेरा जन्म और कर्म दोनों ही दिव्य है
इसे जो मनुष्य भली भांति जान लेता है
उसके मरने के बाद उसका पुनर्जन्म नहीं होता
तथा वह मेरे लोक परमधाम को प्राप्त
होता हैं
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
हे अर्जुन,हम दोनों के बहुत सारे जन्म हो चुके हैं,
लेकिन मैं सबको जानता हूँ परन्तु तुम नहीं जानते
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
वे लोग जो सभी इच्छाएं त्याग देते है और
''मैं'' और ''मेरा'' की लालसा और भावना
से मुक्त हो जाते है उन्हे शांति प्राप्त होती है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
लोग आपके अपमान के बारे में हमेशा बात करेंगे
लेकिन सम्मानित व्यक्ति के लिए,अपमान मृत्यु से भी बदतर है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
श्रेष्ठ पुरुष जो-जो आचरण करता है,
अन्य सभी पुरुष भी वैसा-वैसा ही आचरण करते हैं
वह जो कुछ प्रमाण कर देता है,
समस्त मनुष्य-समुदाय उसी के अनुसार बरतने लग जाता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
लोगों का मन अशांत है और उसे नियंत्रित करना कठिन है
लेकिन बार बार अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
गीता प्रवचन 👏
मैं सभी प्राणियों को सम्मान रूप से देखता हूँ,न कोई मुझे कम प्रिय है ना अधिक।
लेकिन जो प्रेमपूर्वक मेरी आराधना करते हैं ,
वो मेरे भीतर रहते हैं और मैं उनके जीवन में आता हूँ
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
तुम उसके लिए शोक करते हो
जो शोक करने के योग्य नहीं है,
और फिर भी तुम ज्ञान की बाते करते हो।
बुद्धिमान व्यक्ति ना जीवित और ना ही
मृत व्यक्ति के लिए शोक करते हैं।
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
मैं पवित्र करने वालों में वायु और
शस्त्रधारियों में श्रीराम हूँ
तथा मछलियों में मगर हूँ और
नदियों में भी श्री भागरथी गंगाजी हूँ।
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
मैं धरती की मधुर सुगंध हूँ।
मैं अग्नि की ऊष्मा हूँ,
सभी जीवित प्राणियों का जीवन और
सन्यासियों का आत्मसंयम हूँ।
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
मेरे लिए ना कोई घृणित है ना प्रिय।
किन्तु जो व्यक्ति भक्ति के साथ मेरी पूजा करते हैं,
वो मेरे साथ हैं और मैं भी उनके साथ हूँ
🌻🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
ना यह शरीर तुम्हारा है, न तुम शरीर के हो।
यह अग्नि,जल,वायु,पृथ्वी,आकाश से मिलकर बना है
और इसी में मिल जायेगा। परन्तु आत्मा स्थिर है-
फिर तुम क्या हो ?
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
दुःख से जिसका मन परेशान नहीं होता,
सुख की जिसको आकांक्षा नहीं होती
तथा जिसके मन में राग, भय और क्रोध नष्ट हो गए हैं,
ऐसा मुनि आत्मज्ञानी कहलाता है।
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
जो मनुष्य सभी इच्छा व कामनाओं
को त्याग कर ममता रहित और अहंकार
रहित होकर अपने कर्तव्यों का पालन
करता है,उसे ही शांति प्राप्त होती है
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
जो पुरुष अंतकाल में भी मुझको ही
🌻 !! गीता संदेश !! 🌻🌻
स्मरण करता हुआ शरीर को त्याग कर जाता है,
वह मेरे साक्षात स्वरुप को प्राप्त होता है-
इसमें कुछ भी संशय नहीं है।
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
बुरे कर्म करने वाले, सबसे नीच व्यक्ति
जो राक्षसी प्रवित्तियों से जुड़े हुए हैं,
और जिनकी बुद्धि माया ने हर ली है
वो मेरी पूजा या मुझे पाने का प्रयास नहीं करते।
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
तुम्हारा क्या गया,जो तुम रोते हो ?
तुम क्या लाये थे,जो तुमने खो दिया ?
तुमने क्या पैदा किया था, जो अंत हो गया ?
न तुम कुछ लेकर आये,जो लिया यहीं से लिया।
जो दिया, यहीं पर दिया।
जो लिया, इसी (भगवान) से लिया।
जो दिया, इसी को दिया।
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
न मैं शरीर हूँ और न यह शरीर मेरा है,
मै ज्ञानस्वरूप हूँ, ऐसा निश्चित रूप से
जानने वाला जीवन मुक्ति को प्राप्त करता है।
वह किये हुए (भूतकाल) और न किये हुए (भविष्य के)
कर्मों का स्मरण नहीं करता है।
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
परिवर्तन संसार का नियम है।
जिसे तुम मृत्यु समझते हो, वही जीवन है।
एक क्षण में तुम करोड़ो स्वामी बन हो,
दूसरे ही क्षण तुम दरिद्र हो जाते हो।
मेरा-तेरा, छोटा-बड़ा, अपना-पराया,
मन से मिटा दो, फिर सब तुम्हारा है, तुम सबके हो।
🌻🌻 !! गीता संदेश !!🌻🌻
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारे ! हे नाथ नारायण वासुदेवा
धन्यवाद !!
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